नई दिल्लीः यूरोप में इन दिनों पैरेट फीवर (Parrot Fever) नामक बीमारी के कहर से हर कोई दहशत में हैं. इस बीमारी से अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 90 से अधिक संक्रमित बताए जा रहे हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO ने इसको लेकर चेतावनी जारी किया है.
जो इस समय खतरनाक बीमारी फैल रही है, जिसे ‘Parrot Fever’ (Psittacosis) के नाम से जाना जाता है. यह एक बैक्टीरिया से फैलने वाला रोग है, जो मेन रूप से तोतों और दूसरे पक्षियों में पाया जाता है, इसलिए इस बीमारी को तोता बुखार भी कहा जा रहा है. लेकिन ये इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है.
यह बीमारी ‘क्लेमीडिया साइटेसी’ (Chlamydia psittaci) बैक्टीरिया से होती है, जो असल में तोतों को संक्रमित करता है. मगर ये बैक्टीरिया इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है और इससे निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है.
संक्रमित तोते से निकलने वाले सांस, मल या पंखों की धूल में ये बैक्टीरिया मौजूद होता है. इन्हें सांस के जरिए शरीर में लेने से इंसान भी संक्रमित हो सकता है. तोते पालने वाले, मुर्गी पालने वाले, पशु चिकित्सक और बगीचे में काम करने वाले लोगों को इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है.
तोता बुखार (Parrot Fever) से डेनमार्क में चार और नीदरलैंड में एक इंसान की मौत हो चुकी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, ऑस्ट्रिया, जर्मनी और स्वीडन में दर्जनों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.हलांकि लोगों में तोते के बुखार के लक्षण काफी अलग हो सकते हैं, समय रहते इस बीमारी का ध्यान नहीं रखा गया तो मायोकार्डिटिस, या हार्ट में सूजन जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है.
पक्षियों को घर में पालने से बचें. अगर घर में में है तो उन्हें खुद से दूर रखें. उन्हें पिंजरे में रखें. पिंजरे को बार-बार साफ करें जिससे पक्षी का मल सूख न जाए और हवा में न उड़े.विदेशों से अगर इन दिनों तोता खरीद या बेच रहे हैं तो बचें. पालतू जानवरों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर रखने से बचें. अगर कुछ भी लक्षण दिखें तो तत्काल डॉक्टर से सुझाव लें.