नई दिल्ली। धर्मशाला में इंग्लिश टीम अपनी लाज बचाने में भी नाकाम रही। सीरीज के पांचवें टेस्ट मैच को टीम इंडिया ने एक पारी और 64 रन से अपने नाम किया। दूसरी इनिंग में आर अश्विन की घूमती गेंदों के आगे इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने पूरी तरह से घुटने टेक दिए और पूरी टीम 195 रन पर ढेर हो गई।बैजबॉल अप्रोच के दम पर बेन स्टोक्स का भारत की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया।
बैजबॉल अप्रोच के दम पर इंग्लैंड ने वर्ल्ड क्रिकेट में सनसनी फैला रखी थी। बेन स्टोक्स की अगुआई में जब इंग्लिश टीम भारत पहुंची, तो अंग्रेजों को यह भरोसा था कि इस अप्रोच के दम पर वह भारत का किला भी भेदने में सफल रहेंगे।हालांकि, टीम की यह अप्रोच उन पर भारी पड़ गई। तेजी से रन बनाने के चक्कर में इंग्लैंड के बल्लेबाज हर टेस्ट मैच में अपना विकेट फेंककर पवेलियन लौटे, जिसका खामियाजा स्टोक्स एंड कंपनी को भुगतना पड़ा।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों का इस टेस्ट सीरीज में बुरा हाल रहा। जेम्स एंडरसन की भारतीय बल्लेबाजों ने जमकर धुनाई की। एंडरसन सीरीज में विकेट के लिए तरसते हुए नजर आए। वहीं, मार्क वुड और ओली रोबिन्सन भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके।
दुनियाभर में अपनी कप्तानी से वाहवाही लूटने वाले बेन स्टोक्स बतौर कप्तान भारत में बुरी तरह से फेल रहे। स्टोक्स ना तो गेंदबाजों का सही तरह से इस्तेमाल कर सके और उनकी रणनीति भी हर किसी की समझ से परे नजर आई। कप्तानी के साथ-साथ स्टोक्स ने अपनी बल्लेबाजी से भी खासा निराश किया।
इंग्लैंड की टीम ने टेस्ट सीरीज का आगाज धमाकेदार जीत के साथ किया था। इसके बाद टीम को अगले चार टेस्ट मैचों में लगातार हार का मुंह देखना पड़ा। हालांकि, हर टेस्ट मुकाबले में इंग्लैंड के पास मैच में दबदबा बनाने के कई मौके आए, लेकिन वह उसे भुनाने में नाकाम रहे। टीम के बैटर्स अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने में नाकाम रहे, तो गेंदबाज साझेदारी को तोड़ने में असफल रहे।
इंग्लैंड के बल्लेबाज इस टेस्ट सीरीज में औंधे मुंह गिरे। जो रूट और ओली पोप को छोड़कर टीम का कोई भी बैटर सीरीज में एक भी शतक नहीं लगा सका। बेन स्टोक्स बल्ले से बुरी तरह फेल रहे, तो यही हाल जॉनी बेयरस्टो का रहा। पोप का बल्ला पहले टेस्ट में बोला, लेकिन इसके बाद वह रनों के लिए तरसते हुए नजर आए।