देहरादून। गलज्वाड़ी के पास जंगल में स्थित गुज्जर बस्ती में गुलदार ने 10 वर्ष के बच्चे को निवाला बना लिया। बच्चे के माता-पिता ने बच्चे को गुलदार के मुंह से छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बच्चे ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत है। पुलिस और वन विभाग की टीम गश्त में जुटी हैं। बच्चे के शव को ले जाने को ले कर बस्तीवासियों ने देर रात जमकर हंगामा किया। पुलिस के साथ झड़प की भी सूचना है।
रविवार को मडारी गांव की गुज्जर बस्ती में 10 साल का रियासत देर रात घर के पास ही लघुशंका करने गया था। जहां झाड़ियों में घात लगाकर बैठे गुलदार ने उस पर हमला कर दिया। चीखने पर बच्चे के पिता मीरहमजा अन्य लोगों के साथ बाहर आए और गुलदार के जबड़े से बच्चे को छुड़ाने का प्रयास किया।
शोर सुनकर बस्ती के अन्य लोग भी वहां आ गए। जिस पर गुलदार बच्चे को छोड़कर जंगल में भाग गया। बुरी तरह घायल बच्चे को जब तक अस्पताल ले जाया जाता, उसने दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। बस्ती में बच्चे की मौत से कोहराम मच गया।गलज्वादी के मदारी गांव में गुलदार के हमले के बाद छात्र की मौत, जिसके बाद शव को एंबुलेंस में ले जाती पुलिस, जिसके बाद विलाप करता स्वजन। जागरण
अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी से आगे सिंगली गांव से चार साल के आयांश को गुलदार उठाकर ले गया था। घर के पास ही उसका क्षत विक्षत शव मिला था। तब से ही क्षेत्र में वन विभाग गुलदार की तलाश कर रहा था, लेकिन उसका पता नहीं चल पा रहा था। बताया जा रहा है कि उसी गुलदार ने अब गलज्वाड़ी में बच्चे पर हमला किया।
मरोड़ी गांव के निवासियों ने बच्चे की मौत के बाद जमकर हंगामा किया। पुलिस और वन कर्मियों का घेराव करते हुए उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि कई दिनों से गुलदार क्षेत्र में घूम रहा था और शिकायत के बावजूद कोई करवाई नहीं को गई। बताया कि गुलदार पिछले कुछ दिनों में पांच बार हमले का प्रयास कर चुका है।
करीब एक माह से संतला देवी, गलज्वाड़ी समेत आसपास के क्षेत्र में गुलदार की चहलकदमी की सूचना मिल रही थी। जिस पर वन विभाग की रेस्क्यू टीम और मालसी वन रेंज की टीम लगातार गश्त कर रही थी, लेकिन गुलदार पकड़ में नहीं आया और अब ये घटना हो गई।