देहरादूनः उत्तराखंड में शनिवार देर रात को हुई बर्फबारी के बाद सुबह जब धूप निकली तो वादियां चांदी सी चमक उठीं। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी अब निचले क्षेत्रों तक भी पहुंच गई। गांव में चौक, खेत खलियान और आम रास्ते बर्फ से ढक गए। रात को पाला गिरने से बर्फ जम गई। अब ठिठुरन भरी ठंड पड़ रही है।
रामणी गांव के ग्राम प्रधान सूरज पंवार ने बताया कि बर्फबारी के बाद धूप खिलने से थोड़ी राहत मिली है। घूनी, पडेरगांव, जोशीमठ के साथ ही तपोवन क्षेत्र के गांवों में भी बर्फबारी हुई है। पोखरी ब्लॉक के मोहनखाल, ब्राह्मण थाला, नैल, कलसिर गांव में भी बारिश के साथ ही बर्फबारी हुई।
शनिवार को बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, लाल माटी, औली, गौरसों बुग्याल, फूलों की घाटी सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई थी। जिसके बाद ठिठुरन बढ़ गई है।बर्फबारी से निचले क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। जोशीमठ नगर क्षेत्र में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई, लेकिन बर्फ जल्दी पिघल गई।
शनिवार को बर्फबारी होने से बदरीनाथ हाईवे और मलारी हाईवे पर जमी बर्फ हटाने का कार्य प्रभावित हो गया था।
दोपहर बाद जैसे ही बर्फबारी शुरू हुई तो दोबारा वहां बर्फ जम गई जहां से बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने बर्फ हटाई थी। इधर, औली रोड पर बर्फबारी के बाद फिसलन बढ़ गई है।
वहीं, यमुना घाटी में देर रात तक हुई बर्फबारी के बाद सुबह मौसम साफ हो गया। चटख धूप खिलने के बीच यमुनोत्री घाटी के साथ मां यमुना के मायके खरशालीगांव में स्थित यमुना मंदिर, भूतेश्वर महादेव मंदिर का भी अद्भुत नजारा दिखा।