नई दिल्ली: पड़ोसी देश पाकिस्तान की सीमा से बड़ी खबर सामने आई है. यहां ईरान ने पाकिस्तान के बॉर्डर पर हमला किया है. ईरान के सैन्य बलों ने, पाकिस्तानी क्षेत्र के अंदर एक सशस्त्र संघर्ष में, जैश अल-अदल आतंकवादी समूह के वरिष्ठ कमांडर इस्माइल शाहबख्श और उसके कुछ साथियों को मारने का दावा किया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों देशों द्वारा एक-दूसरे पर हवाई हमले करने के एक महीने बाद, ईरान की सेना ने एक सशस्त्र संघर्ष में एक आतंकवादी समूह पर हमला हुआ.
अल अरबिया न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार साल 2012 में गठित, जैश अल-अदल, जिसे ईरान द्वारा “आतंकवादी” संगठन के रूप में नामित किया गया है, एक सुन्नी आतंकवादी समूह है जो ईरान के दक्षिणपूर्वी प्रांत सिस्तान-बलूचिस्तान में संचालित होता है. पिछले कुछ सालों में जैश अल-अदल ने ईरानी सुरक्षा बलों पर कई हमले किए हैं.
अल अरबिया न्यूज के मुताबिक, दिसंबर में जैश अल-अदल ने सिस्तान-बलूचिस्तान में एक पुलिस स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें कम से कम 11 पुलिस कर्मियों की जान चली गई थी. द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया कि पिछले महीने, एक-दूसरे के क्षेत्रों में ‘आतंकवादी समूहों’ के खिलाफ मिसाइल हमले करने के कुछ हफ्तों बाद, पाकिस्तान और ईरान ने पारस्परिक रूप से सुरक्षा सहयोग का विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की.
हालांकि, हालिया हमला इसके विपरीत संकेत कर रहा है. गौरतलब है कि तेहरान और इस्लामाबाद द्वारा ‘आतंकवादी इकाइयों’ को निशाना बनाकर एक-दूसरे पर मिसाइल हमले करने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था.
ईरान ने 16 जनवरी की देर रात को जैश अल-अदल (न्याय की सेना) के दो “महत्वपूर्ण मुख्यालयों” को नष्ट करने के लिए पाकिस्तान में मिसाइल और ड्रोन हमले किए. अल अरबिया न्यूज ने तस्नीम न्यूज एजेंसी का हवाला देते हुए बताया था कि इस्लामाबाद ने आरोप लगाया था कि हमलों में दो बच्चों की मौत हो गई और तीन लड़कियां घायल हो गई थीं.