देहरादून :एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) देहरादून की टीम ने शनिवार को कई नशा मुक्ति केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दो नशा मुक्ति केंद्र ऐसे मिले जिनमें एक-एक कमरे में निर्धारित संख्या से ज्यादा मरीज थे। मरीजों का भौतिक सत्यापन भी नहीं कराया गया।
नशा मुक्ति केंद्र के लिए इन दोनों ने रजिस्ट्रेशन के लिए भी आवेदन नहीं किया। इसके बाद इन दोनों केंद्रों का पुलिस एक्ट में चालान किया गया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जिले की एएनटीएफ नशे के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है।
इसी बीच एक टीम को शहर में चल रहे नशा मुक्ति केंद्रों की व्यवस्थाएं परखने की जिम्मेदारी भी दी गई है। इसी क्रम में एएनटीएफ की टीम ने शनिवार को वसंत विहार और पटेलनगर थाना क्षेत्रों के नशा मुक्ति केंद्रों का औचक निरीक्षण किया था।
इस दौरान कई केंद्र ऐसे थे जहां पर नियमों का पालन हो रहा था। ऐसे में यहां पर टीम ने मरीजों की काउंसिलिंग भी की। इसके बाद टीमें नई सुबह और जीवन संजीवनी नाम के नशा मुक्ति केंद्रों में पहुंची थीं। यहां पर मरीजों को नियमानुसार नहीं रखा गया था।
यहां यह भी देखा गया कि जो लोग यहां भर्ती हैं उनका भौतिक सत्यापन किया गया है या नहीं। इसके बाद स्थानीय पुलिस को बुलाकर वहां पर सत्यापन की स्थिति को परखा गया। इन दोनों केंद्रों में मरीजों का भौतिक सत्यापन नहीं कराया गया था।
इन केंद्रों के पुलिस एक्ट के तहत चालान किए गए हैं। नियमानुसार एक कमरे में निर्धारित दूरी पर ही मरीजों को रखना होता है। साफ सफाई का भी ध्यान रखना होता है। लेकिन, कई केंद्रों में इन नियमों का पालन नहीं हो रहा था।