पटना: बिहार में 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है, ऐसे में वहां सियासी हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस के 15 विधायक हैदराबाद पहुंचे हैं और 2 विधायक वहां पहले से मौजूद हैं। ऐसे में कांग्रेस के कुल 17 विधायक हैदराबाद में हैं।बिहार में कांग्रेस को अपने विधायकों के टूटने का डर है और इसी वजह से बिहार के कांग्रेस MLA को एक साथ रहने को कहा जा रहा है। कांग्रेस चाहती है कि किसी भी तरह की टूट फ्लोर टेस्ट से पहले उनकी पार्टी में ना हो।
बिहार विधानसभा की 243 सीटों में RJD के पास 79 विधायक हैं। वहां कांग्रेस के पास 19, सीपीआई (एमएल) के पास 12, सीपीआई के पास 2, सीपीआई (एम) के पास 2 और AIMIM के पास एक सीट है। एनडीए गठबंधन के पास बिहार में इस समय बहुमत है। बीजेपी के पास 78 विधायक, जेडीयू के पास 45 विधायक, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के पास 4 और निर्दलीय विधायक 1 है।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने आरजेडी का साथ छोड़ दिया था और बीजेपी के साथ गठबंधन करके बिहार में एनडीए की सरकार बना ली थी। नीतीश ने 28 जनवरी की शाम 5 बजे 8 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बिहार की इस नई सरकार में विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी को डिप्टी सीएम बनाया गया है।