अयोध्याः पीएम मोदी ने पूजा के बाद संबोधन भी किया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर में भगवान राम के आने में 500 साल का वक्त लगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं प्रभु राम से क्षमा भी मांग रहा हूं। लेकिन ये दिन ये पल अब हजारों सालों तक याद किया जाएगा।राम मंदिर में बाल राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधन भी दिया। इसके बाद उन्होंने देशभर से आए 7 हजार मेहमानों से मुलाकात की। उन्हें नमस्ते किया और फिर अयोध्या से लौट गए।
अपना भाषण पूरी करने के बाद पीएम मोदी वहां मौजूद साधु-संतों से भी मुलाकात की। पीएम मोदी के साथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी थीं। पीएम मोदी सभी से हालचाल भी पूछ रहे थे।पीएम मोदी ने राम मंदिर के शिलान्यास के दौरान भी भगवान राम के सामने हुए थे साष्टांग। इस बार राम मंदिर में मूर्ति की स्थापना के बाद पीएम मोदी साष्टांग हुए।
बाल राम की प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी मंदिर में साष्टांग दंडवत हुए। उन्होंने भगवान राम को प्रणाम किया। इस दौरान वो भावुक भी दिख रहे थे।राम मंदिर के गर्भगृह में बाल राम की मनोहारी तस्वीर देख लीजिए। श्याम वर्ण, माथे पर टीका। स्वर्ण मुकुट। पूरे विधि-विधान से मूर्ति को मंदिर में किया गया स्थापित।
माथे पर मुकुट, हाथ में सोने का धनुष-बाण के साथ बाल राम पीतांबर कपड़े में दिखे। माथे पर टीका लगाया गया था। श्याम वर्ण में दिख रहे बाल राम की तस्वीरें वाकई मोहक करने वाली हैं।आभूषणों से लक दक सजे बाल राम की की मनोहारी तस्वीर देखिए। पीएम नरेंद्र मोदी ने बतौर यजमान मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की। इस दौरान आरएसएस चीफ मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूजा पूरी की। पूरे विधि -विधान से गर्भगृह में बाल राम की मूर्ति को स्थापित की गई। पूजा खत्म करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने भगवान राम के चरणों में शीश झुकाया। पीएम मोदी के ठीक पीछे यूपी के सीएम आदित्यनाथ थे। स्वर्ण आभूषणों से बाल राम की सजावट की गई है। शहनाई की मधुर ध्वनि के बीच बाल राम की प्राण प्रतिष्ठा की गई।
पूजा में पीएम मोदी के बायीं तरफ आरएसएस चीफ मोहन भागवत बैठे हैं। राम मंदिर आंदोलन में आरएसएस ने काफी योगदान दिया था। आज बीजेपी और आरएसएस दोनों का ही सपना पूरा हो रहा है। कुछ देर में ही बाल राम की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो जाएगी।राम मंदिर में आचार्य प्राण प्रतिष्ठा की पूजा शुरू कर चुकी है। बतौर मुख्य यजमान पीएम मोदी पूजा में भाग ले रहे हैं। पीएम मोदी के ठीक बगल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत बैठे हुए हैं।
जब पीएम मोदी राम मंदिर में पहुंचे तो उनके हाथ में चांदी की छत्र थी। सुनहरे कपड़े पहने पीएम मोदी के माथे पर लाल टीका लगा था। हाथ में लाल रंग की चुनरी भी थी।राम मंदिर की सीढ़ियों पर चढ़ने पीएम मोदी। इस तस्वीर में मंदिर की भव्यता को आप देख सकते हैं। पीएम मंदिर बाल राम की प्राण प्रतिष्ठा में कर चुके हैं।
पीएम मोदी सुनहरे रंग के धोती-कुर्ता पहनकर राम मंदिर पहुंच गए हैं। वो बाल राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा शुरू कर चुके हैं। पीएम मोदी के हाथ में छत्र है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकेंड का बेहद शुभ मुहूर्त है। 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड पर पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा पूजा पूरी कर लेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या एयरपोर्ट पर पहुंच गए हैं। कुछ ही देर में पीएम मोदी राम मंदिर पहुंचेंगे। दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड का मुहूर्त है शुभ मुहूर्त है। इसी दौरान पीएम मोदी जो इस कार्यक्रम के मुख्य यजमान हैं बाल राम की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी सुबह 10 बजे अयोध्या एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। वह दिल्ली से सुबह 9 बजे अयोध्या के लिए निकलेंगे। इससे पहले अयोध्या में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। राम मंदिर के आसपास चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात हैं। दोपहर में पीएम मोदी बाल राम की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे।
अयोध्या एयरपोर्ट पर सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी का प्लेन ही पार्क होगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सूत्रों ने बताया कि अयोध्या एयरपोर्ट के आठ पार्किंग स्टैंड में से चार पार्किंग पीएम मोदी के काफिले के लिए सुरक्षित रखी गई है। यहां केवल पीएम का प्लेन ही पार्क होगा।
एयरपोर्ट को एसपीजी ने अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। पीएम के हवाई बेड़े में उनका एयर इंडिया वन और तीन हेलिकॉप्टर होंगे। हेलिकॉप्टर की लैंडिंग कराकर पीएम के एयर रूट का खाका भी तैयार कर लिया गया है।
अयोध्या में आज प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने रामेश्वरम में पूजा अर्चना की। पीएम मोदी ने अरिचल मुनाई प्वाइंट पहुंचकर वहां अनुष्ठान किया। कहा जाता है कि मुनाई वही जगह है जहां से राम सेतु का निर्माण शुरू हुआ था।