अयोध्या: धार्मिक नगरी अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी आखिरी चरण में है और इस ऐतिहासिक आयोजन को लेकर पूरे शहर को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है। आज से 22 जनवरी तक अयोध्या में बाहरी लोगों की एंट्री बैन रहेगी और अयोध्यावासियों को भी आईकार्ड दिखाना जरूरी होगा।
अयोध्या धाम के भीतर रहने वाले लोगों से पुलिस प्रशासन ने 21 और 22 जनवरी को बाहर न निकलने की अपील की है। समारोह की सुरक्षा को लेकर यूपी एटीएस अलर्ट पर है और 4 बुलेटप्रूफ बख्तरबंद गाड़ियां भी तैनात कर दी गई हैं। इन गाड़ियों में UP ATS के तकरीबन 100 कमांडो तैनात हैं और किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शहर, जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलजों में बिस्तर आरक्षित किए गए हैं तथा एम्स के विशेषज्ञों ने अयोध्या में स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में डॉक्टरों को आपातकालीन प्रतिक्रिया पर केंद्रित प्रशिक्षण प्रदान किया है।
अधिकारियों ने बताया कि ये बिस्तर उन अतिथियों के लिए आरक्षित हैं जिन्हें 22 जनवरी को नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है। समारोह में सात हजार से ज्यादा अतिथियों को न्योता भेजा गया है। अयोध्या जिला प्रशासन ने कड़ाके की ठंड को देखते हुए स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए व्यवस्था की है।
अयोध्या के राम मंदिर में सोमवार को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर महाराष्ट्र तथा केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और पुडुचेरी ने 22 जनवरी को पूरे दिन की सरकारी छुट्टी घोषित की है जबकि गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा और हरियाणा में सोमवार को कार्यालय एवं संस्थान आधे दिन बंद रहेंगे।
महाराष्ट्र सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि 22 जनवरी को राज्य में सरकारी छुट्टी घोषित करने का फैसला किया गया है। वहीं, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगासामी ने शुक्रवार को घोषणा की कि 22 जनवरी को केंद्र शासित प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश रहेगा।