तेल अवीव: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि मिस्र और गाजा के बीच बॉर्डर को बंद किया जाना बहुत जरूरी है। ये एक ऐसा कदम होगा, जो इजरायल को फिलिस्तीनी क्षेत्र की बाकी दुनिया तक पहुंच पर पूर्ण नियंत्रण देगा।
शनिवार को नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल तब तक युद्ध समाप्त नहीं मानेगा जब तक वह फिलाडेल्फी कॉरिडोर को बंद नहीं कर देता, जो मिस्र और गाजा के बीच सीमा पर बफर जोन के रूप में काम करने वाली 14 किमी की पट्टी है। इजरायली पीएम ने कहा कि हम हमास को खत्म करने के साथ-साथ सैन्य उपकरण और अन्य घातक हथियारों की इस दक्षिणी द्वार से एंट्री रोका जाना भी बहुत अहमियत रखता है, इसलिए निश्चित रूप से हमें इसे बंद करने की जरूरत है।
गाजा की दो तरफ से इजरायल से सीमा लगती है और इसके भूमध्यसागरीय तट और हवाई क्षेत्र भी इजरायल की कड़ी नाकाबंदी के तहत हैं। राफा शहर में मिस्र के साथ ही गाजा की एकमात्र क्रॉसिंग पॉइंट है जो इजरायल नियंत्रित नहीं करता है।
नेतन्याहू के अनुसार, इजरायली अधिकारियों ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वे मिस्र के साथ गाजा की सीमा को बंद करने के लिए कैसे आगे बढ़ेंगे लेकिन ऐसा होता है तो फिलिस्तीनी एन्क्लेव पर नए सिरे से इजरायल का पूर्ण नियंत्रण हो जाएगा। इन चीजों को देखते हुए मिस्र ने कुछ समय पहले ही इजरायल को फिलाडेल्फी गलियारे में सैन्य अभियानों के खिलाफ चेतावनी दी थी।
मिस्र ने कहा था कि फिलाडेल्फी कॉरिडोर में किसी भी इजरायली कार्रवाई को 1979 की मिस्र-इजरायल शांति संधि के उल्लंघन के रूप में देखा जाएगा। मिस्र के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अहमद अबू जैद ने शनिवार को एक इंटरव्यू में कहा कि मिस्र अपनी सीमाओं को पूरी तरह से नियंत्रित करता है।
गाजा में 7 अक्टूबर से लड़ाई चल रही है, हमास और इजरायल के बीच जारी लड़ाई के रविवार को 100 दिन पूरे हो गए हैं। हमास ने 7 अक्टूबर को दक्षिण इजरायल पर हमला कर 1200 लोगों की जान ले ली थी और करीब 240 लोगों का अपहरण कर लिया था।
इसके बाद इजरायल की ओर से गाजा पट्टी में हमला कर दिया गया। 7 अक्टूबर से शुरू हुए इजरायल के हमले लगातार जारी हैं। इजरायल की ओर से शुरू किए गए युद्ध में अब तक 23,000 से ज्यादा फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है। वहीं 50 हजार से ज्यादा घायल हुए हैं। इनमें आधे से ज्यादा संख्या बच्चों और महिलाओं की है।
गाजा पट्टी में बहुत बड़ी तादाद में विस्थापन भी हो रहा है। गाजा की लगभग 23 लाख की आबादी में से 80 फीसदी से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है, इसने क्षेत्र में बड़ा मानवीय संकट खड़ा कर दिया है। दिसंबर के आखिरी हफ्ते में कतर ने इजरायल और हमास के बीच मध्यस्थ बनकर युद्ध विराम का समझौता कराया था। एक हफ्ते के इस समझौते के बाद फिर से युद्ध शुरू हो गया।
इस युद्ध के हाल फिलहाल में खत्म होने के भी आसार नहीं नजर आ रहे हैं। इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा है कि अभी ये लड़ाई इजरायली सेना पूरी जीत मिलने यानी हमास के खत्म होने तक जारी रखेगी। नेतन्याहू ने किसी अंतरराष्ट्रीय दबाल के सामने झुकने से भी इनकार कर दिया है।
नेतन्याहू ने कहा, कि हम अपने दक्षिण और उत्तर दोनों में सुरक्षा बहाल करेंगे। हमें ना कोई अंतरराष्ट्रीय कोर्ट रोकेगा और ना ही कोई और ताकत हमें ऐसा करने से रोक सकती है। इसमें समय लग सकता है लेकिन हम ये लक्ष्य हासिल करेंगे।