बर्फ की सफेद चादर में लिपटा औली

गोपेश्वर। पर्यटन स्थल औली में पर्यटकों की आमद हर साल बढ़ रही है । अब तो गौरसों तक जंगलों के बीच ट्रैकिंग पर्यटकों को खासा भा रहा है। लेकिन औली में पार्किंग की व्यवस्था न होने से पर्यटकों को घंटो वाहन पार्क करने के लिए जूझना पड़ रहा है। जिससे जाम की स्थिति है। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली किसी पहचान की मोहताज नहीं है।

औली में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों के आयोजन से इसे नई पहचान मिली। औली में विश्व स्तरीय फिस से मान्यता प्राप्त स्की स्लोप है। यह देश का एकमात्र स्लोप है जिसे फिस से मान्यता है। लेकिन इन सबके बाद भी औली में पार्किंग सुविधा नहीं है।

पहले पर्यटक जोशीमठ से औली रोपवे से आना पसंद करते थे। इसलिए वाहनों को जोशीमठ में ही खड़ा किया जाता था। लेकिन अब जनवरी माह से जोशीमठ में भूधंसाव के बाद रोपवे बंद है। स्थिति यह है कि औली तक आवाजाही का एकमात्र साधन सड़क मार्ग ही है। ऐसे में औली में पर्यटक वाहनों की भीड़ से जाम की स्थिति है।

सड़क के किनारे या खाली भूमि में सिर्फ 50 वाहन ही खड़े हो सकते हैं, लेकिन प्रतिदिन 100 से अधिक वाहन औली पहुंच रहे हैं। औली में एक भी सरकारी पार्किंग न होने से दिक्कतें बढ़ गई है। 200 वाहनों की पार्किंग के लिए नगर पालिका परिषद जोशीमठ ने वर्ष 2021 में कार्य योजना बनाई थी। परंतु अभी तक पार्किंग निर्माण के लिए स्वीकृति नहीं मिली है। जिससे औली में जाम की समस्या आम है। जिससे पर्यटकों में नकारात्मक संदेश जा रहा है।

औली में पर्यटकों की आमद से गुलजार है। औली गौरसों तक पर्यटकों की आवाजाही होने से पर्यटन कारोबार को नई ऊर्जा मिली है। औली में खेलने के लिए बर्फ मौजूद है। जबकि गौरसों के जंगलों से लेकर गौरसों बुग्याल तक बर्फ की मोटी चादर बिछी है। यहां पहुंचकर पर्यटक खासे खुश है।

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