नई दिल्ली: देश भर में एक बार फिर से कोरोना मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। 7 महीने बाद भारत में एक दिन में कोविड केसों का आंकड़ा 800 के करीब पहुंच गया है। वहीं नए वैरिएंट JN.1 के मामलों में भी उछाल देखा गया है। इस बीच कोविड से पिछले 24 घंटों में 5 लोगों की मौत हो गई है। कोरोना का सबसे ज्यादा असर दक्षिण भारत के राज्यों में देखने को मिल रहा है।
हालांकि अब दिल्ली में भी नए वैरिएंट JN.1 का एक केस सामने आ चुका है। एक्सपर्ट्स लोगों को पैनिक न करने की सलाह दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना का नया वैरिएंट बहुत माइल्ड है। ज्यादातर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है। लेकिन बदलते मौसम के बीच बढ़ रहे कोविड केस से लोगों की चिंता जरूर बढ़ गई है। कोरोना से जुड़े पांच बड़े अपडेट यहां पढ़िए।
देश में कोरोना के मामलों में उछाल जारी है। सात महीने बाद एक दिन में सबसे ज्यादा कोरोना मामले शुक्रवार को दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शुक्रवार को पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के कुल 797 नए मामले सामने आए। ये पिछले 7 महीनों में सबसे ज्यादा हैं।
इस दौरान 5 मरीजों की मौत हो गई, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि केरल में दो और महाराष्ट्र, पुडुचेरी और तमिलनाडु में एक-एक मौत की सूचना मिली है। बता दें कि देश में आखिरी बार 18 मई को सबसे ज्यादा कोविड केस सामने आए थे, जिनकी संख्या 865 थी।
कोरोना का ग्राफ देखने पर पता चलता है कि देश भर में कोविड केस धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। पिछले सप्ताह 22 दिसंबर को कोविड के सबसे ज्यादा केस 752 दर्ज किए थे। इस सप्ताह (अब तक) ग्राफ और ऊपर बढ़ गया है। कोविड का ये ग्राफ बता रहा है संक्रमण केवल धीरे-धीरे बढ़ रहा है। हालांकि जब कोरोना महामारी चरम पर थी, तो रोजाना लाखों में कोविड केस सामने आ रहे थे।
भारत में कोरोना के नए सबवैरिएंट JN.1 के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। अब तक देश में JN.1 वैरिएंट के 162 केस कंफर्म किए गए हैं। सबसे ज्यादा केस केरल से हैं। केरल में नए वैरिएंट के 83 केस दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं गुजरात से 34, गोवा से 18, कर्नाटक से 8, महाराष्ट्र से 7, राजस्थान से 5, तमिलनाडु से 4, तेलंगाना से 2 और दिल्ली से 1 केस है। राहत की बात ये है कि JN.1 का कोई भी मरीज गंभीर नहीं है। वहीं डॉक्टर बता रहे हैं इसके लक्षण नॉर्मल हैं, ऐसे में मरीज चार-पांच दिन में ठीक हो रहे हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही।
दिल्ली में कोरोना के 12 नए मरीजों की पहचान हुई है। पिछले 24 घंटे में नए मरीज की पुष्टि हुई है। अभी दिल्ली में कोविड के एक्टिव मरीजों की संख्या 47 है। पिछले 24 घंटे में एक मरीज ठीक हुआ। दिल्ली से संबंधित यह डेटा हेल्थ मिनिस्टरी के स्टेट वाइज डेटा में उपलब्ध है। दिल्ली सरकार के कोविड डेटा के अनुसार अभी 9 मरीज अलग-अलग अस्पतालों में एडमिट हैं।
इसमें से किसी मरीज को न तो आईसीयू में रखा गया है और न ही उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी है। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में अभी कोविड से संक्रमित 9 मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें से सबसे ज्यादा 3 मरीज एम्स में एडमिट हैं। होली फैमिली अस्पताल में एक मरीज का इलाज चल रहा है। इसके अलावा इंदिरा गांधी हॉस्पिटल, राजीव गांधी कैंसर इंस्टिट्यूट, बीएच सलवास हॉस्पिटल और मणिपाल में एक-एक मरीज एडमिट हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स पैनिक न करने की सलाह दे रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पूरे देश में कोरोना के मामलों में इजाफा इसलिए देखा जा रहा है, क्योंकि फिर से कोविड जांच की संख्या बढ़ा दी गई है। इसलिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है।
क्योंकि संख्या जितनी भी बढ़ जाए, इस वेरिएंट में गंभीर बीमारी की क्षमता नहीं देखी जा रही है। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के कम्यूनिटी मेडिसिन के एचओडी डॉ. जुगल किशोर का कहना है कि सर्दी के दिनों में वैसे भी बाकी वायरस एक्टिव हो जाते हैं। इसलिए अलर्ट रहना चाहिए, बचाव के तरीके अपनाने चाहिए।