नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के दौरान पाकिस्तान सरकार ने फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने की कोशिश की है. पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने गुरुवार (28 दिसंबर) को गाजा के समर्थन पर देश में नए साल के जश्न पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. एक संबोधन में काकर ने देशवासियों से फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने और नए साल पर विनम्रता दिखाने की अपील की है.
अनवारुल हक काकर ने कहा कि फिलिस्तीन की गंभीर चिंताजनक स्थिति को ध्यान में रखते हुए और हमारे फिलिस्तीनी भाइयों- बहनों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सरकार नए साल पर किसी भी तरह के आयोजन पर सख्त प्रतिबंध लगाएगा. काकर ने आरोप लगाया कि 7 अक्टूबर को इजरायली बमबारी शुरू होने के बाद से इजरायली बलों ने लगभग 9,000 बच्चों की मौत के साथ हिंसा और अन्याय की सभी हदें पार कर दी हैं.
पाकिस्तान समेत दुनिया में मौजूद कई मुस्लिम देश गाजा और वेस्ट बैंक में निर्दोष बच्चों के नरसंहार और निहत्थे फिलिस्तीनियों के हत्या पर बेहद गुस्से में है. इस मौके पर पाकिस्तान ने फिलिस्तीन को दो सहायता पैकेज भेजे हैं और तीसरा पैकेज भेजने की तैयारी में है. काकर ने वैश्विक मंचों पर फिलिस्तीनी लोगों की दुर्दशा के बारे में जागरूकता बढ़ाने की कोशिश की है. इसके अलावा कई देशों से इजरायल की तरफ से किए जा रहे लगातार हमले को रोकने की अपील की है.
हाल ही में गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि इजरायल के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से 20,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं. इस युद्ध की वजह से पहले ही गाजा के 23 लाख लोगों में से लगभग 85 फीसदी लोग बेघर हो गए हैं. इजरायल ने गाजा पर जमीनी हमले को भी बढ़ा दिया है. इसकी वजह से ज्यादा-ज्यादा गाजावासियों के बेघर होने की आशंका बढ़ गई है.