गोपेश्वर। बद्रीनाथ धाम में हो रही बर्फबारी ने वहां मास्टर प्लान के तहत चल रहे महायोजना के कार्यों की राह रोक दी है। ऐसे में 500 से अधिक इंजीनियर, कर्मचारी व श्रमिक फिलहाल खाली बैठे हुए हैं।
बद्रीनाथ महायोजना का कार्य देख रहे लोनिवि के अधिशासी अभियंता विपुल सैनी का कहना है बर्फबारी के चलते धाम में बीते दो दिन से निर्माण कार्य नहीं हो पा रहे। हालांकि, उम्मीद है कि जल्द कार्य दोबारा शुरू कर दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट बद्रीनाथ महायोजना के तहत इन दिनों धाम में तृतीय चरण के कार्य चल रहे हैं। इनमें मंदिर के आसपास सुंदरीकरण के साथ अलकनंदा नदी के किनारे रिवर फ्रंट का कार्य हो रहा है। लेकिन, मंगलवार को भारी बर्फबारी के बाद धाम में निर्माण कार्य रोक दिए गए और बुधवार को भी कार्य नहीं हो पाए।
बद्रीनाथ धाम में एक फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है। बताया गया कि धाम में 450 श्रमिकों समेत 50 अधिकारी-कर्मचारी और मशीन चालक मौजूद हैं। सभी बर्फ कम होने का इंतजार कर रहे हैं। ठंड से बचने के लिए उनके पास अलाव, गर्म कपड़े आदि मौजूद हैं।
उत्तराखंड में लगातार मौसम बदल रहा है। बर्फबारी के चलते अब नदी और नाले भी जमने लगे हैं। इसी बीच लगातार हो रही बर्फबारी से अब बर्फ की परत भी जम गई हैं। वहीं तापमान में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। बद्रीनाथ में भी बर्फबारी से तापमान माइनस में पहुंच गया है।