देहरादून:उत्तराखंड में दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन में देश-दुनिया के 5000 से अधिक निवेशक और प्रतिनिधि शामिल होंगे। राज्य में विभिन्न सेक्टर में निवेश के लिए अभी तक तीन लाख करोड़ रुपये के एमओयू हो चुके हैं। वहीं तीन विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद पीएम मोदी पहली बार उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। राज्य के सभी उत्पादों को अब एक नाम से पहचाना जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान हाउस ऑफ हिमालयाज की लांचिंग की। अभी तक हिमाद्री, हिलांस, ग्राम्यश्री जैसे तमाम उत्पाद अलग-अलग नाम से बाजार में जाते हैं, लेकिन अब सभी हाउस ऑफ हिमालयाज के नाम से पहचाने जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप सभी को भी उत्तराखंड की विकास यात्रा से जुड़ने का बड़ा अवसर मिल रहा है। बीते दिनों टनल से सुरक्षित निकालने के सफल अभियान पर आप सभी का अभिनंदन करता हूं। बोले कि मैंने उत्तराखंड की भावनाओं और संभावनाओं की निकट से देखा है। उन्होंने गीत…जहां अंजुली में गंगाजल हो, जहां हर एक मन बस निश्चल हो, जहां नारी में सच्चा बल हो उस देवभूमि का आशीर्वाद लिए मैं चलता जाता हूँ..है भाग्य मेरा सौभाग्य मेरा मैं तुमको शीश नवाता हूं…के माध्यम से उत्तराखंड के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।
इंतजार की घड़ी खत्म हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर पहुंचे और देवभूमि उत्तराखंड को नमन कर अपना संबोधन शुरू किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां आकर मन धन्य हो जाता है। कुछ वर्ष पहले जब मैं बाबा केदार के दर्शन को निकला था तो अचानक मेरे मुंह से निकला था कि 21वीं सदी का ये तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है। मुझे खुशी है कि उस कथन को मैं लगातार पूरा होते देख रहा हूं।अडानी एंटरप्राइज के निदेशक प्रणव अडानी ने उत्तराखंड में निवेश के लिए अपना पिटारा खोला। उन्होंने कहा कि हम उत्तराखंड में नेचुरल गैस उपलब्ध करा रहे हैं।
निवेशक सम्मेलन में पहुंचे अडानी एंटरप्राइज के निदेशक प्रणव अडानी ने आमंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया। कहा कि देहरादून आना हमेशा सौभाग्य की बात होती है, जो मेरे ह्रदय में विशेष स्थान रखता है कहा कि उत्तराखंड की भूमि लैंड ऑफ गॉड है। राज्य में निवेश को लेकर पिछले पांच साल से यहां अप्रत्याशित बदलाव हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी द लैंड ऑफ गॉड उत्तराखंड लघु फिल्म का लुत्फ उठा रहे हैं। कुछ ही देर में वह शिखर सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे।सीएम धामी ने कहा कि हमारे विश्व स्तरीय आईटीआई रुड़की, आईआईएम काशीपुर जैसे संस्थाओं से निकलने वाले युवाओं के लिए हम यहीं मौके देने जा रहे हैं। उत्तराखंड का मुख्य सेवक होने के नाते भरोसा दिलाता हूं कि हमारी सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। वहीं सीएम धामी ने निवेशकों का देवभूमि में स्वागत किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि निवेशक के लिए उत्तराखंड में अच्छी आबोहवा है। राज्य निवेश के सभी मानदंडों को प्राप्त करता है। हमने विभिन्न सेक्टर में निवेश मित्र नियुक्त किए हैं, जो 5 करोड़ से ऊपर के प्रोजेक्ट के लिए काम करेंगे। एक ही मित्र प्रोजेक्ट को धरातल तक पहुंचाएगा।
सीएम धामी अपना संबोधन देने मंच पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि पीए्म मोदी ने समिट में पहुंचकर इसकी शोभा बढ़ाई है। कहा कि 44 हजार करोड़ का निवेश धरातल पर उतारा गया है। लाखों रोजगार भी मिलेंगे। इसके साथ ही सीएम धामी ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था उच्च कोटि की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एफआरआई पहुंच चुके हैं। इस दौरान उन्होंने पहले यहां रोड शो किया। परिसर में पहुंचते ही सीएम धामी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी यहां शिखर सम्मेलन से जुड़ी प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंचे हैं। उनके साथ इस वक्त सीएम धामी और मुख्य सचिव संधू मौजूद हैं। थोड़ी ही देर में वह निवेशक सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे।
जोन-ए में मुख्य पंडाल बनाया गया है, जिसमें 5000 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। उद्योगपतियों के लिए सोफे लगाए गए हैं। उनसे करीब 50 मीटर की दूरी पर एक बड़ा स्टेज बनाया गया है, जिस पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निवेशक सम्मेलन का आगाज करेंगे। जोन-ए में एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जहां से सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर द्वारा देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं। अब से कुछ ही देर में पीएम मोदी सम्मेलन की शुरुआत करेंगे। वहीं, एफआरआई परिसर की सूरत निवेशक सम्मेलन के लिए बदली हुई है। चकराता रोड के मुख्य गेट को निवेशक सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के लिए सजाया गया है। भीतर प्रवेश करते ही सड़क के दोनों ओर निवेशक सम्मेलन से संबंधित तस्वीरें, पोस्टर व फ्लेक्स लगाए गए हैं। एफआरआई की मुख्य इमारत के ठीक सामने के मैदान को एक छोटे शहर की शक्ल दे दी गई है। चार जोन में बंटे इस शहर में अलग-अलग गतिविधियां होंगी।
देहरादून में निवेशक सम्मेलन के लिए एतिहासिक वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) परिसर में सरकार ने एक छोटा शहर बसा दिया है। इसे चार जोन में बांटा गया है, जिसमें हर जोन में एक ही समय पर अलग-अलग गतिविधियां चलेंगी।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को सम्मेलन का समापन करेंगे। उनके स्वागत की भी सरकार और संगठन की ओर से भव्य तैयारियां की गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन से हम उत्तराखंड का दशक बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। सम्मेलन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उत्तराखंड को निवेश का नया डेस्टिनेशन बनाने के उद्देश्य से आयोजन किया जा रहा है।