तेहरान: गाजा में युद्ध के बीच दुनिया की लाइफ लाइन कहे जाने वाले लाल सागर में इन दिनों मिसाइलों की बारिश हो रही है। समुद्र के अंदर ड्रोन हमलों ने तो अमेरिकी नौसेना की भी टेंशन बढ़ा दी है। लाल सागर दुनिया के सबसे व्यस्त समुद्री मार्गों में से एक है।
इस इलाके से गुजर रहे समुद्री जहाजों पर ईरान समर्थित हूती विद्रोही लगातार हमले कर रहे हैं। हूतियों का दावा है कि वे इजरायल से जुड़े जहाजों को निशाना बना रहे हैं। हूतियों की इस हरकत से पूरे लाल सागर में अफरा तफरी का माहौल है। ये हूती मशीनगन से लैस होकर स्पीड बोट से डाकुओं की तरह से समुद्री जहाजों को अगवा करने की कोशिश कर रहे हैं। हूतियों ने कुछ जहाजों को तो अपने कब्जे में भी कर लिया है।
हूतियों का यमन पर नियंत्रण है और वे देश पश्चिमी तट को कंट्रोल करते हैं जो लाल सागर के तट पर बसा है। वहीं ईरान हूतियों को लगातार हथियार और ड्रोन विमानों की सप्लाई कर रहा है। हूतियों ने धमकी दी है कि गाजा पर ताजा हमले को देखते हुए इजरायल के स्वामित्व या उसके झंडे वाले जहाजों को लाल सागर में निशाना बनाया जाएगा।
हूती विद्रोही खुलकर हमास आतंकियों के समर्थन में कई बार मिसाइल और ड्रोन हमले कर चुके हैं। हूतियों ने खुद को प्रतिरोध की धुरी का हिस्सा बताया है जिसे ईरान के सहयोगियों और समर्थित संगठनों ने मिलकर बनाया है।
इस संगठन को ईरान समर्थित गुटों ने हमास के इजरायल पर हमले के बाद फलस्तीनियों को अपना समर्थन देने के लिए बनाया है। इससे पहले अक्टूबर महीने में हूतियों के प्रवक्ता याह्या श्री ने कहा था कि इजरायल की ओर बड़ी संख्या में मिसाइलें और ड्रोन हमले किए गए हैं।
उसने जोर देकर कहा था कि अभी आगे और ज्यादा हमले होंगे ताकि फलस्तीनी लोगों की जीत हो सके। हूतियों ने पिछले कुछ दिनों में कई बड़े हमले किए हैं और जहाजों को हाईजैक कर लिया है। विश्लेषकों का कहना है कि हूती विद्रोही यह उम्मीद कर रहे हैं कि वे हमास का समर्थन करके यमन के अंदर कम होती अपनी लोकप्रियता को फिर से बढ़ा सकेंगे।
यमन में कई साल से गृहयुद्ध चल रहा है और सऊदी अरब के गठबंधन वाली सेना से हूतियों की लड़ाई चल रही है। हूतियों के इजरायल -हमास की जंग में शामिल होने से गाजा युद्ध के पूरे पश्चिम एशिया में फैलने का खतरा पैदा हो गया है।
हूतियों ने पिछले सप्ताह इजरायली जहाज की मदद करने वाले अमेरिकी युद्धपोत पर हमला कर अपनी ताकत दिखाई तो यूएस नेवी ने भी जोरदार पलटवार किया। अमेरिकी नौसेना को 3 जहाजों को बचाने के लिए जाना पड़ा है। यही नहीं ब्रिटेन के एक व्यापारिक जहाज पर हूतियों ने मिसाइल हमला करके दुनिया को डरा दिया। इन हमलों के बाद अमेरिका की नौसेना ने ईरान को धमकी दी है।