देहरादून: मसूरी में जमीनाें और संपत्ति की खरीद फरोख्त में फर्जी एनओसी का मामला प्रकाश में आने के बाद वन विभाग कुछ मामलों में एफआईआर दर्ज कराने जा रहा है। इस संबंध में प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय ने लोगों से भूमाफिया के जाल में न फंसने और एनओसी के मामलों में संबंधित कार्यालय से पुष्टि करने की अपील की है।
मसूरी में जमीनों के मामले काफी उलझे हुए हैं। भूमाफिया की ओर से मसूरी वन प्रभाग के तहत मसूरी नगर पालिका क्षेत्र और अन्य निकटवर्ती क्षेत्रों में स्थित निजी और सरकारी वन भूमि की खरीद-फरोख्त की जा रही है। मसूरी में किसी भी प्रकार के निर्माण एवं जमीनों की खरीद-फरोख्त के लिए वन विभाग की एनओसी की जरूरत पड़ती है।
भूमाफिया की ओर से वन विभाग की फर्जी एनओसी बनाकर लोगों के साथ धोखा किया जा रहा है। मामला संज्ञान में आने के बाद डीएफओ मसूरी वैभव कुमार सिंह ने सूचना जारी की है। उनके अनुसार, मसूरी वन प्रभाग के तहत नोटिफाइड निजी, वन व अन्य प्रकार की वनभूमियों के संबंध में जारी अनापत्ति प्रमाणपत्रों की डीएफओ कार्यालय से पुष्टि कराने के बाद ही लोग निर्माण या जमीनों की खरीद फरोख्त करें।
डीएफओ वैभव सिंह ने बताया, दो-तीन मामले पकड़ में आए हैं। अब संबंधित बिल्डरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि जमीनों के संबंध में जागरूक रहकर ही सौदा करें।