देहरादून। शनिवार को देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित खेल मैदान में आयोजित दिव्य दरबार में बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) ने हजारों श्रद्धालुओं को संबोधित किया। जिस तरह एक ब्लड ग्रुप वाला दूसरे ब्लड ग्रुप वालों को रक्त नहीं दे सकता, वैसे ही कैसे हम दूसरा मजहब स्वीकार सकते हैं।
पहले जमीनों पर कब्जा कर चादर डाल देते थे, अब जरूरत है बाबर को बेघर कर रघुवर का नाम बढ़ाया जाए। उत्तराखंड में यह काम होते दिख रहा है। जब उन्हें बागेश्वर नाम सुनाएंगे तो कोई चादर व फादर के निकट नहीं आएगा। यह उद्गार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने व्यक्त किए।
श्री पशुपतिनाथ मंदिर भारत चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित इस दिव्य दरबार को शाम चार बजे से शुरू होना था, लेकिन मुंबई से दून पहुंचने के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के विमान को दो बार इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। लिहाजा वह रात आठ बजकर 21 मिनट पर परेड मैदान पहुंचे। इस दौरान उन्होंने देरी से आने का कारण बताया और इंतजार के लिए खेद भी व्यक्त किया।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि उत्तराखंड भारत का शीश है। जिस तरह से सनातन का सिर ऊंचा होगा, उसमें उत्तराखंड ऊपर रहेगा। हमें उत्तराखंड में आकर सिर्फ सनातन और सनातन राष्ट्र दिख रहा है। यहां जन्म लेने वाले सौभाग्शाली हैं कि उन्हें देवताओं की भूमि मिली है। उन्होंने उत्तराखंड के पहाड़ों पर मस्जिद नहीं, राम मंदिर निर्माण का आह्वान भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी दरबार में पहुंचकर आशीर्वाद लिया।
रात 11:55 बजे तक चले दरबार में भक्तों की अर्जी का समाधान किया गया। इस मौके पर संत गोपालमणि महाराज, देवभूमि रक्षा अभियान के संस्थापक स्वामी दर्शन भारती, बदरीनाथ से पहुंचे महंत बालक योगेश्वर, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पुरोला विधायक दुर्गेश लाल, राजपुर रोड विधायक खजान दास आदि मौजूद रहे।