अगले डीजीपी चुनने के लिए प्रक्रिया शुरू

देहरादून:प्रदेश का अगले डीजीपी चुनने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। पुलिस मुख्यालय ने तीन वरिष्ठतम अधिकारियों के नाम शासन को भेज दिए हैं। इनमें एडीजी दीपम सेठ, एडीजी पीवीके प्रसाद और एडीजी अभिनव कुमार का नाम शामिल हैं। अब इस पैनल को शासन से यूपीएससी भेजा जाएगा। नवंबर में यूपीएससी चेयरमैन की अध्यक्षता होने वाली बैठक में प्रदेश के 12वें डीजीपी का नाम चुना जाएगा।

वर्तमान डीजीपी अशोक कुमार आगामी 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। डीजीपी बनने के लिए वह अधिकारी पात्र होते थे जो 30 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके हों। लेकिन, इस शर्त को कोई भी आईपीएस अधिकारी पूरा नहीं कर रहा था। ऐसी स्थिति देश के कई राज्यों में भी बनी हुई थी। ऐसे में पिछले दिनों यूपीएससी ने इन नियमों में बदलाव करते हुए इस अर्हता को 25 साल किया था। ऐसे अधिकारी जो 25 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके हों और एडीजी की रैंक पर हों का नाम भी पैनल में भेजा जा सकता है।

ऐसे प्रदेश में सात एडीजी हैं। इनमें सबसे वरिष्ठ एडीजी दीपक सेठ 1995 बैच के आईपीएस हैं। दूसरे नंबर पर 1995 के ही एडीजी पीवीके प्रसाद और तीसरे पर 1996 बैच के अभिनव कुमार हैं। इनके बाद एडीजी संजय गुंज्याल, अमित सिन्हा, वी मुरुगेशन और एपी अंशुमान भी एडीजी हैं और 25 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके हैं। इनमें से तीन वरिष्ठ आईपीएस दीपम सेठ, पीवीके प्रसाद और अभिनव कुमार का नाम शासन को भेज दिया गया है।

नवंबर में डीजीपी चुनने के लिए यूपीएससी में बैठक होगी। इसमें अध्यक्ष यूपीएससी के चेयरमैन होंगे। जबकि, चार मेंबर होंगे। इनमें भारत सरकार के गृह सचिव, उत्तराखंड के मुख्य सचिव, उत्तराखंड के डीजीपी और किसी एक सेंट्रल ऑर्म्ड फोर्स के डीजी। सेंट्रल ऑर्म्ड फोर्स के डीजी का नाम केंद्रीय गृह विभाग ही नामित करेगा।

एडीजी दीपम सेठ : बैच 1995 के अधिकारी हैं। दीपम सेठ उत्तराखंड में कई जिलों के कप्तान रह चुके हैं। वह गढ़वाल रेंज प्रभारी भी रहे हैं। पुलिस मुख्यालय में उनके पास आईजी लॉ एंड ऑर्डर का चार्ज भी रहा था। शासन में भी वह अपर सचिव गृह के पद पर रहे हैं। राज्य गठन से पहले वह उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। सेठ को इसी वर्ष अप्रैल में आईआईटी रुड़की से डॉक्टरेट की उपाधि मिली थी। वर्तमान में एडीजी स्थापना आईटीबीपी में प्रतिनियुक्ति पर हैं।

एडीजी पीवीके प्रसाद: बैच 1995 के अधिकारी हैं। वर्तमान में एडीजी पीएसी हैं। आईपीएस पीवीके प्रसाद देहरादून समेत कई जिलों में कप्तान रहे हैं। वह वर्ष 2014 में पहले आईपीएस आईजी जेल बने थे। इसके बाद वह आईजी इंटेलीजेंस रहे और वर्तमान में एडीजी पीएसी का पदभार संभाले हुए हैं।

एडीजी अभिनव कुमार: 1995 बैच के अधिकारी हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री के विशेष सचिव और एडीजी सिक्योरिटी एंड इंटेलीजेंस हैं। अभिनव कुमार भी हरिद्वार, देहरादून जैसे जिलों के कप्तान रहे हैं। इसके अलावा वह आईटीबीपी में भी प्रतिनियुक्ति पर रहे थे। अभिनव कुमार आईजी गढ़वाल रेंज के पद भी रहे थे। वर्तमान में उनके पास मुख्यमंत्री के विशेष सचिव का भी जिम्मा है।

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