नई दिल्ली. लाइन ऑफ ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले पहले अग्निवीर (Agniveer) जवान गावते अक्षय लक्ष्मण को भारतीय सेना (Indian Army) ने श्रद्धांजलि दी है. सियाचिन (Siachen) में तैनात लक्ष्मण भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स का हिस्सा थे. कार्प्स की ओर से प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर ) पर पोस्ट कर यह जानकारी शेयर की गई है. सेना ने बताया है कि गावते अक्षय को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में तैनात किया गया था. इधर, सेना के सूत्रों ने बताया है कि शहीद का शव आज रविवार (22 अक्टूबर) को ही उनके घर महाराष्ट्र भेजा गया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर ) पर की गई पोस्ट में फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की ओर से कहा गया है कि बर्फ में खामोश हैं, जब बिगुल बजेगा तो वे उठेंगे और फिर से मार्च करेंगे. फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के सभी रैंक सियाचिन की कठिन ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं. साथ ही शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. इस पोस्ट कर लक्ष्मण को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी तस्वीर भी शेयर की गई है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी ट्वीट कर यह जानकारी दी है.
सेना के सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र के रहने वाले गावते अक्षय को लेह मुख्यालय में पहली तैनाती फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स में ही मिली थी. इधर, इंडियन आर्मी ने भी एक्स पर लिखा है कि जनरल मनोज पांडे (सीओएएस) और सेना के सभी रैंक के अधिकारी अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं. उन्होंने सियाचिन की सर्वोच्च ऊंचाइयों पर बलिदान दिया है. भारतीय सेना बलिदानी जवान के परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में मजबूती से खड़ी है.
सेना के नियम के मुताबिक, अग्निवीरों के लिए ज्वाइन करते समय पहले साल का पैकेज करीब 4.76 लाख रुपए का होता है, लेकिन 4 साल के बाद इसे 6.92 तक बढ़ाया जा सकता है. एक अनुमान के अनुसार अग्निवीरों को करीब 30 हजार से अधिक सैलरी मिलती है.
सूत्रों ने कहा कि तीनों सेनाओं के सामान्य स्थायी जवानों की तरह अवॉर्ड, मेडल और भत्ता भी दिया जाता है. सरकार ने बताया था कि अग्निवीरों का 44 लाख रुपए का बीमा कराया जाएगा और यदि किसी अग्निवीर का निधन होता है तो उसे यह रकम दी जाएगी. बीमा रकम के अलावा उन्हें बचे कार्यकाल का वेतन भी दिया जाएगा.