दिल्ली-यूपी और पंजाब समेत 6 राज्यों में NIA की छापेमारी

नई दिल्ली:खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ भारत सरकार एक्शन मोड में हैं। देश की एकता और अखंडता के विरुद्ध आवाज उठाने वाले लोगों पर नकेल कसने के लिए सरकारी जांच एजेंसी एनआईए (NIA) लगातार कई जगहों पर छापेमारी कर रही है।

जांच एजेंसी ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली एनसीआर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में तकरीबन चार दर्जन से अधिक यानी करीब 50 ठिकानों पर छापेमारी की है। आतंकियों, ड्रग्स डीलर्स और गैंगस्टर्स के बीच सांठगांठ को खत्म करने के लिए एनआईए के जरिए लगातार कार्रवाई की जा रही है।

एक सूत्र ने जानकारी दी कि खालिस्तानी आतंकवादियों, समर्थकों और संबंधित प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े संदिग्धों के ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है। समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, छापेमारी बुधवार सुबह शुरू हुई और अभी चल रही है। फिलहाल एनआईए ने इस मामले पर आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है।एनआईए के मुताबिक, 6 राज्यों में 3 मामलों में लॉरेंस बंबीहा और अर्श दल्ला गिरोह के सहयोगियों से संबंधित 51 स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।

फरीदकोट जिले के गांव जीवन वाला में एनआईए की रेड जारी है। फरीदकोट के केंद्रीय माडर्न जेल में बंद सुखजीत सिंह सीतू पुत्र गुरदेव सिंह के घर पर एनआईए की रेड चल रही है। पारिवारिक सदस्यों से जांच एजेंसी पूछताछ कर रही है।

पंजाब के मोगा में भी छापेमारी चल रही है।एनआईए ने लॉरेंस बंबीहा और अर्श दल्ला गिरोह के सहयोगियों से संबंधित 51 स्थानों पर छापेमारी कर रही है।एनएआई की टीमों ने बठिंडा में दो जगह पर रेड मारी है। इसमें मोड मंडी के रहने वाले गैंगस्टर हैरी मोड और गांव जेठू के गुरप्रीत गुरी के घर पर रेड की गई है। बताया जा रहा है कि यह दोनों नामी गैंगस्टरों के लिए काम करते है।

राष्ट्रीयसुरक्षा एजेंसी की टीम उक्त दोनों गैंगस्टरों के घरों पर तलाशी ले रही है और उनके घर वालों से पूछताछ कर रही है। इस दौरान बठिंडा पुलिस भी मौजूद है।

बता दे की गैंगस्टर हैरी मोड गैंगस्टर हर्ष दीप ढलला के लिए काम करता है जबकि गैंगस्टर गुरदीप सिंह गुरी अलग-अलग गैंग के लिए काम करता है जिन पर कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी की टीम में उनके गैंगस्टर के साथ संबंध होने के चलते ही छापेमारी की गई है।

एनआईए ने अपने पोस्ट में लॉरेंस बिश्नोई, जसदीप सिंह, काला जठेरी उर्फ ​​संदीप, वीरेंद्र प्रताप उर्फ ​​काला राणा और जोगिंदर सिंह की तस्वीरें उनके नाम के साथ जारी कीं। इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि इनमें से कई गैंगस्टर कनाडा में स्थित हैं।

कुछ दिनों पहले एनआईए ने पहले गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत चंडीगढ़ और अमृतसर में नामित खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून के स्वामित्व वाली संपत्तियों को जब्त कर लिया था। चंडीगढ़ में सेक्टर 15 स्थित पन्नून के आवास के बाहर संपत्ति जब्ती का नोटिस चिपका हुआ देखा गया।

इससे पहले 21 सितंबर को एजेंसी ने भगोड़े गैंगस्टर गोल्डी बरार से जुड़े पंजाब और हरियाणा में 1000 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी। पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने एनआईए के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था।

बता दें कि गोल्डी बरार एनआईए द्वारा नामित सर्वाधिक वांछित गैंगस्टरों में से एक है। उस पर हाल ही में एक अन्य गैंगस्टर सुक्खा दुनीके की हत्या के पीछे भी होने का संदेह है, जिसकी कनाडाई शहर विन्निपेग में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

इस समय एनआईए की सबसे अधिक टीम पंजाब में मौजूद है। पंजाब में तकरीबन 30 टीम तैनात किए गए हैं। बता दें कि सोमवार (26 सितंबर) को जानकारी सामने आई कि एनआईए की ओर से दाखिल चार्जशीट के जरिए जानकारी सामने आई कि खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) दुनिया भर के देशों में अपना नेटवर्क फैलाता जा रहा है। इस संगठन ने गैंगस्टर्स और खालिस्तान समर्थकों को एक साथ लाते हुए आतंकी-गैंगस्टर नेटवर्क बनाया है।

इस समय भारत और कनाडा के राजनयिक रिश्ते काफी बिगड़ चुके हैं। कुछ दिनों पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी समर्थक और आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत पर एक बेतुका बयान दिया था।ट्रूडो ने दावा किया कि इस कनाडा के सर्रे में गोलीबारी में मारे गए आतंकी की मौत के पीछे भारतीय एजेंसियों का हाथ है। ट्रूडो के इस बयान के बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास पैदा हो गई।

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