नई दिल्ली: भारत पहले स्थान पर… कुछ ऐसी ही हेडिंग आज दुनिया के बड़े अखबारों के पहले पन्ने पर है। ज्यादातर अखबारों ने तस्वीरें भी छापी हैं। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने लिखा- चंद्रमा के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र पर उतरने में भारत पहले स्थान पर। ‘द गार्डियन’ ने लिखा, ‘भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास अंतरिक्ष यान को सफलतापूर्वक उतारने वाला पहला देश बन गया है।
इससे देशभर के लोगों में खुशी का माहौल है।’ दरअसल, जो काम अमेरिका, रूस, चीन नहीं कर सके भारत ने वो कर दिखाया। 23 अगस्त की शाम जैसे ही अपने विक्रम लैंडर ने चांद के मुश्किल माने जा रहे दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर कदम जमाए, दुनियाभर में भारत की जय-जयकार होने लगी।
दुनिया के अलग-अलग देशों में बसे भारतीय ही नहीं, नासा और यूरोप के साइंटिस्ट भी इस मिशन पर नजरें गड़ाए हुए थे। NASA ने फौरन संदेश भेजा, ‘चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान -3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के लिए ISRO और भारत के लोगों को बधाई।’ चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश बन गया। वैसे, अमेरिका इस मिशन में भारत को सहयोग भी कर रहा था।
भारत की उपलब्धि इसलिए भी बड़ी हो जाती है क्योंकि कुछ दिन पहले उसी क्षेत्र में रूस का यान क्रैश हो गया था। हालांकि भारत की खुशी में रूस भी शामिल हुआ। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भारत को बधाई देते हुए कहा कि चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में देश की प्रभावशाली प्रगति को दर्शाती है। आगे पढ़िए दुनिया कैसे मान रही भारत की स्पेस तरक्की का लोहा।
चांद पर चंद्रयान की लैंडिंग के फौरन बाद भारत को बधाई देने वाले नेताओं में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और UAE के वाइस-प्रेसिंडेंट शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम शामिल रहे। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से पुतिन की बधाई आई। शेख मोहम्मद ने कहा, ‘चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरने के लिए भारत में हमारे मित्रों को बधाई।
भारत ने इतिहास रचना जारी रखा है।’ नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने भी भारत को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और भारत की इसरो टीम को चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने के लिए बधाई देता हूं।’
ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने इसे ‘ऐतिहासिक क्षण’ बताया। मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने ट्विटर (एक्स) पर लिखा, ‘भारत ने इतिहास रचा है! एक दक्षिण एशियाई राष्ट्र और पड़ोसी देश होने के नाते हम चंद्रयान-3 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
इसने खोज के नए क्षेत्रों के नए रास्ते खोले हैं।’ भारत के चंद्रयान-3 ने 41 दिनों की यात्रा के बाद बुधवार शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह को छुआ। जमैका के पीएम ने चंद्रयान की तस्वीर शेयर करते हुए भारत को बधाई भेजी। भूटान से लेकर यूरोप, अमेरिका भारत को बधाई दे रहे हैं।
भारत ने ऐसी कामयाबी हासिल की है कि आज पूरी दुनिया की मीडिया में चंद्रयान-3 के चांद पर उतरने की चर्चा हो रही है। विक्रम लैंडर से अब रोवर प्रज्ञान बाहर आ चुका है और अपने मिशन के तहत काम करना शुरू कर चुका है। देखिए एक समय एलीट क्लब में भारत की दस्तक पर मजाक बनाने वाले न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी आज कैसे भारत के चांद पर उतरने की खबर को प्रमुखता से छापा है।