सरकारी दफ्तरों का निरीक्षण कर सर्वे किया

रुद्रप्रयाग:बरसात के मौसम में डेंगू रोग की आशंका के खात्में को लेकर चल रहे अभियान के तहत शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग व नगरपालिका की संयुक्त टीम द्वारा सुविधानगर क्षेत्र में सोर्स रिडक्शन व जागरूकता अभियान चलाया। इसके तहत टीम द्वारा सुविधानगर के 102 घरों व इस क्षेत्र में स्थित सरकारी दफ्तरों का निरीक्षण कर सर्वे किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 एचसीएस मर्तोलिया के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग व नगर पालिका की संयुक्त टीम द्वारा सुविधानगर में जिला चिकित्सालय, पोस्ट ऑफिस, पुलिस कार्यालय परिसर, रूद्रा काम्पलेक्स परिसर के साथ-साथ सुविधानगर क्षेत्र में जिला चिकित्सालय आवासीय कॉलोनी सहित 102 घरों का भ्रमण किया गया। इसके अतिरिक्त सुविधानगर क्षेत्र में दुकानों में भी व्यापारियों से संपर्क किया गया। इस दौरान टीम द्वारा घरों में पानी की टेंक का निरीक्षण किया, टायर, गमलों, फ्रीज ट्रे आदि उन वर्तनों से पानी साफ करवाया जहां डेंगू के मच्छर के पनपने की आशंका होती है। सर्वे के दौरान डेंगू बुखार का कोई भी मामला सामने नहीं आया है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि रूके हुए पानी में डेंगू का मच्छर पनपने की आशंका बनी रहती है, लिहाजा डेंगू से बचने के लिए सबसे अच्छा उपाय यह है कि डेंगू के मच्छर को पनपने ही न दें, इसके लिए घरों, स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों के आस-पास पानी एकत्रित न होने दें, उन्होने जल भंडारण की वस्तुओं को ढक कर रखने, कूलर, फूलदान, टंकी आदि ऐसी चीजें जहां पानी एकत्र हो सकता है

वहां पानी एकत्र  न होने दें व इन स्थानों पर सप्ताह में एक बार सफाई करने तथा डेंगू के मच्छर से बचाव हेतु पूरी बांहों वाले कपड़े पहनने, मच्छरदानी, मच्छर नाशक क्रीम, स्प्रे आदि का प्रयोग करने की अपील की है। उन्होंने लोगों से प्रत्येक रविवार को दस बजे अपने घरों व आसपास मात्र दस मिनट जल भंडारण के सभी संभावित स्थानों की सफाई करने की अपील की।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 16 मई से डेंगू रोकथाम के विषयक लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, इसके अंतर्गत स्कूलों व समुदाय स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार जागरूकता संगोष्ठियां की जा रही है। बताया कि उपचार प्रबंधन स्तर पर इस वर्ष अब तक 312 डेंगू के टेस्ट किए गए, जिसमें सभी नेगेटिव पाए गए। बताया कि डेंगू रोग रोकथाम के तहत सीएचसी अगस्त्यमुनि में 6, सीएचसी जखोली, पीएचसी ऊखीमठ, में 02-02, माधवाश्रम चिकित्सालय में 06 आईशोलेशन वार्ड सहित कुल 16 आइसोशलन वार्ड बनाकर वार्ड नोडल की तैनाती की गई है।

लार्वा निरोधक दल में डा0 शाकिब हुसैन,  माइक्रोबॉयोलाजिस्ट मोहित, एएनएम दीपिका, आशा फेसिलिटेटर आशा पुरोहित, आशा कार्यकत्री आशा, गुड्डी, दीपा आदि मौजूद रहे।

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