हल्द्वानी। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच मंगलवार रात मूसलाधार वर्षा हल्द्वानी में आपदा बनकर आई। काठगोदाम क्षेत्र में कलसिया नाले के किनारे चार मकान बह गए। पुलिस ने करीब 250 परिवारों को वहां से निकालकर नजदीकी इंटर कालेज में सुरक्षित पहुंचाया। हालात ऐसे बने कि नैनीताल रोड नाला बन गई और आवागमन घंटों थमा रहा। पुलिस, प्रशासन और नगर निगम की टीमें पूरी रात शहर में घूमकर लोगों की मदद में जुटी रहीं।
वास्तविक नुकसान का आकलन बुधवार को हो सकेगा। मंगलवार सुबह से वर्षा शुरू हो गई थी। शाम तक सिर्फ जलभराव की स्थिति बनी रही, लेकिन अंधेरा होने के साथ ही हल्द्वानी से लेकर काठगोदाम क्षेत्र तक वर्षा बढ़ती गई। इससे गौला नदी उफान पर आ गई।
वहीं, काठगोदाम में कलसिया नाले का उग्र रूप देख आसपास बसी आबादी में हड़कंप मच गया। एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि चार मकान इस क्षेत्र में बह गए। सबसे ज्यादा खतरा यहीं है। इसलिए पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों ने तुरंत मोर्चा संभाल लोगों को बाहर निकालना शुरू किया। करीब 250 परिवारों को काठगोदाम स्थित इंटर कालेज में शिफ्ट किया गया। यहां एसडीएम मनीष कुमार प्रभावितों के रुकने और भोजन की व्यवस्था में जुटे रहे।
वहीं, नैनीताल रोड पर वाकवे माल के पास नाला उफना गया। दोपहिया से लेकर बड़े वाहन तक बहने की स्थिति में रहे। इससे करीब तीन घंटे तक आवाजाही ठप हो गई और वाहन जहां-तहां फंस गए। रात साढ़े 12 बजे तक भी बरसात जोरों पर रही।
वर्षा से नैनीताल के बलियानाला पहाड़ी पर भूस्खलन की आशंका बढ़ गई है। खतरे को देखते हुए एसडीएम ने देर रात पहाड़ी के मुहाने पर बसे हरिनगर क्षेत्र का निरीक्षण कर खतरे की जद में रह रहे परिवारों को धर्मशाला में विस्थापित करने का निर्देश दिया। स्थानीय लोगों से भी घर छोड़ने की अपील कर प्रशासन के सहयोग के लिए कहा।