500 VHP-बजरंग दल कार्यकर्ताओं को सुरक्षित निकाला, स्कूल-कॉलेज बंद

गुरुग्रामः गुरुग्राम, रेवाड़ी और पलवल जिलों से गाड़ियों में सवार विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता भगवान शिव का जलाभिषेक करने नूंह में नलहड़ शिव मंदिर पहुंचे थे। ब्रज धाम यात्रा के दौरान मुस्लिम समुदाय की तरफ से पथराव, गोलीबारी और आगजनी के बाद गुरुग्राम से गए विहिप, बजरंग दल कार्यकर्ताओं समेत पांच सौ से ज्यादा लोग वहीं फंस गए।

आठ घंटे तक हिंसा के माहौल में रहने के बाद रात नौ बजे पुलिस की सुरक्षा में सभी को पुलिस लाइन ले जाया गया। विहिप गुरुग्राम जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि सुबह दस बजे गुरुग्राम के डीसी आवास के सामने से सभी विहिप, बजरंग दल व अन्य लोग गाड़ियों में सवार होकर नलहड़ के लिए निकले थे।

यात्रा जैसे ही शिव मंदिर नलहड़ पहुंच रही थी, उसी दौरान पथराव किया गया। हिंदू संगठन से जुड़े लोगों के जय श्रीराम की जयकार करते ही सुमदाय विशेष के लोग विरोध करने लगे। दोनों ओर से पहले झड़प हुई फिर गोलियां चलाई गईं। नलहड़ मंदिर में कई जिलों से आए 5000 लोग फंस गए।

इसमें पांच सौ से ज्यादा लोग गुरुग्राम के थे। वहीं पूरे दिन नलहड़ समेत नूंह में हिंसा की खबर और लोगों के फंसे होने की जानकारी मिलने के बाद गुरुग्राम में रहने वाले स्वजन समय-समय पर फोन कर अपनों की जानकारी लेते रहे। रात नौ पुलिस वाहनों से सभी लोगों को सुरक्षित पुलिस लाइन ले जाया गया। वहीं बताया जाता है कि कुछ लोग अपने वाहन से पहले ही लौट गए थे।

ब्रजमंडल यात्रा नूंह के नलहड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई थी। विहिप और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी की तरफ से हर साल नूंह इलाके में ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाती है। यह यात्रा नूंह से शुरू होती है और इसका समापन फिरोजपुर झिरका के गांव सिगार में होता है।

हर साल गुरुग्राम से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इस यात्रा में हिस्सा लेते हैं। गुरुग्राम से नलहड़ जा रहे लोगों को प्रशासन ने रोका नलहड़ में पथराव की सूचना पर जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज के नेतृत्व में नलहड़ जाने के लिए राजीव चौक पर जमा हुए लोगों को प्रशासन ने समझा कर वापस भेज दिया। प्रशासन ने इस दौरान सभी से एहतियात बरतने की अपील की। वहीं सोहना में भी आवागमन पर रोक लगा दी गई। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहे।

नूंह में हुई हिंसा का असर सिर्फ नूंह तक ही सीमित नहीं रहा है। नूंह के साथ-साथ रेवाड़ी, पलवल, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी धारा 144 लागू की गई। वहीं लोगों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने स्कूल-कॉलेज भी बंद रखने का फैसला किया है।

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