मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ तहसील दिवस/जन समर्पण दिवस कार्यक्रम
19 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण, शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को प्रेषित कर कार्यवाही करने के दिए निर्देश
दर्ज शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता एवं समयबद्धता के साथ सुनिश्चित करें सभी अधिकारी: मुख्य विकास अधिकारी
रुद्रप्रयाग: दूरस्थ क्षेत्रों में निवासरत जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी डाॅ जी.एस. खाती की अध्यक्षता में तहसील बसुकेदार में तहसील दिवस/जन समर्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय जनता द्वारा विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 44 शिकायतें दर्ज की गई जिसमें अधिकतर शिकायतें बिजली, पानी, सड़क, आवास तथा केदारनाथ आपदा के दौरान घोड़े-खच्चरों एवं दुकानों के मुआवजा संबंधी समस्याएं दर्ज कराई गई। जिसमें 19 का मौके पर ही निस्तारण किया गया जबकि शेष शिकायतों का निराकरण हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।
तहसील बसुकेदार प्रांगण में आयोजित तहसील दिवस/जन समर्पण कार्यक्रम के अवसर पर डुंगर गांव निवासी मुकेश लाल, विवेक कुमार व दिनेश कुमार आदि ने अपनी समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि बीते 31 जुलाई को केदारघाटी में आई अतिवृष्टि के बाद अभी तक उन्हें मुआवजा नहीं मिल पाया है।
दानकोट निवासी महेश कुमार ने बताया कि उनके पास पक्का आवास नहीं है जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराए जाने तथा क्यार्क बरसूड़ी के शिव लाल ने उनके आवासीय भवन में विद्युत कनेक्शन लगाए जाने की मांग की। कूड़ी अडूली के जगदीश लाल ने क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की समस्या से अवगत कराया।
बसुकेदार के ग्रामीणों ने बष्टी हाट मोटर मार्ग के पुल तथा देवेंद्र सिंह पडियार ने बसुकेदार-डांगसिली मोटर मार्ग के संबंध में प्रार्थना-पत्र दिया। डाल सिंगी गांव की महिलाओं द्वारा गांव पानी उपलब्ध न होने की समस्या से अवगत कराया महिलाओं का कहना था कि जल जीवन मिशन के तहत घरों में नल तो लगाए गए हैं किन्तु पानी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है एवं पानी के बिल भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जिस पर महिलाओं ने पानी की समस्या को त्वरित निराकरण करने को कहा।
इस तरह आयोजित तहसील दिवस में विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 44 शिकायतें दर्ज हुई। जिनमें 19 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारणकिया गया। साथ ही शेष शिकायतों का निस्तारण करने हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तहसील दिवस एवं जन समर्पण कार्यक्रम में जो भी शिकायतें दर्ज की गई हैं उन्हें शीर्ष प्राथमिकता से समयबद्धता के साथ निस्तारण करना सुनिश्चित करें ताकि ग्रामीणों को अपनी समस्याओं को लेकर बार-बार कार्यालयों में न आना पड़े।
उन्होंने कहा कि सरकार एवं प्रशासन की मंशा है कि ग्रामीण क्षेत्रों की समस्या का निराकरण करने के उद्देश्य से सरकार जनता के द्वार एवं तहसील दिवस कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिसके माध्यम से एक ही स्थान पर सभी ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान हो सके ताकि उनके समय व धन की बर्बादी न हो। इसे सभी अधिकारी प्राथमिकता से लें। उन्होंने कहा कि बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत समस्याएं दर्ज की गई हैं उन्हें संबंधित अधिकारी गंभीरता से लेते हुए उनका निस्तारण करना सुनिश्चित करें
इस दौरान उपजिलाधिकारी बसुकेदार भगत सिंह फोनिया, तहसीलदार बीएल शाह, परियोजना अधिकारी उरेड़ा राहुल पंत, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग मीनल गुलाटी, जिला होम्योपैथिक अधिकारी दीपा बिष्ट, जिला शिक्षा अधिकारी अजय चैधरी, सहायक अभियंता लोनिवि संजय सैनी, उप पशु चिकित्सा अधिकारी अशोक बिष्ट, जिला आबकारी अधिकारी रमेश बंगवाल, खंड विकास अधिकारी जखोली कमल सिंह पंवार, अगस्त्यमुनि प्रवीण भट्ट, बाल विकास अधिकारी शैली प्रजापति, प्रभारी शिकायत प्रकोष्ठ विनोद कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि एवं क्षेत्रीय ग्रामीण मौजूद रहे।