ब्राजील :ब्राजील के दक्षिणी राज्य रियो ग्रांडे डो सुल में भारी बारिश से 37 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि दर्जनों लोग अब भी लापता है।
नागरिक सुरक्षा सेवा के मुताबिक, उरुग्वे और अर्जेंटीना की सीमा से लगे राज्य में 70 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं और कम से कम 23 हजार लोग विस्थापित हुए हैं। कई शहरों में में सड़कें नदियों में बदल गईं, जिससे सड़क और पुल नष्ट हो गए। अधिकारियों ने कहा कि बेंतो गोंसाल्वेस शहर एक बाध के ढहने का खतरा है। पास में रहने वाले लोगों को खाली करने का आदेश दिया गया है।
स्थानीय वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश का पैटर्न बदला है। रियो ग्रांडे डो सुल में पिछले साल सिंतबर में भारी बारिश हुई थी। एक चक्रवात के कारण बाढ़ आई थी, जिसमें पचास से ज्यादा लोग मारे गए थे।
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जापान की विदेश मंत्री कामिकावा योको रविवार को नेपाल की यात्रा करेंगी। नेपाल के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों के मंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ के निमंत्रण पर, जापान की विदेश मामलों की मंत्री कामिकावा नेपाल की आधिकारिक यात्रा पर आ रही हैं।
भारत और इंडोनेशिया ने समग्र द्विपक्षीय रक्षा संबंधों विशेष रूप से समुद्री सुरक्षा और सैन्य उपकरणों के उत्पादन क्षेत्रों में विस्तार करने का संकल्प लिया। दिल्ली में हुई 7वीं साझा रक्षा सहयोग समिति (जेडीसीसी) की बैठक में दोनों देशों के बीच रक्षा और रणनीतिक संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग के बढ़ते दायरे पर संतोष व्यक्त किया।
बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा सचिव गिरिधर अरामाने और उनके इंडोनेशियाई समकक्ष एयर मार्शल डॉनी एर्मावान तौफांटो ने की। रक्षा मंत्रालय ने कहा, पिछले कुछ दिनों में तौफांटो ने दिल्ली में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के मुख्यालय के साथ-साथ पुणे में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और एलएंडटी रक्षा सुविधाओं का भी दौरा किया। उन्होंने भारतीय रक्षा उद्योग भागीदारों से भी चर्चा की।
भारत और मालदीव ने शुक्रवार को द्वीपक्षीय उच्च-स्तरीय कोर समूह की चौथी बैठक आयोजित की। इस दौरान द्वीप राष्ट्र से भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी की समीक्षा की गई। मालदीव ने कहा कि भारत 10 मई तक के तय समय से पहले अपने सैनिकों की प्रक्रिया पूरी कर लेगा। इससे पहले मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली सरकार ने अनौपचारिक रूप से आग्रह किया था कि भारत माले से अपने सैनिकों को वापस बुलाए।मालदीव के विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की, जिसमें कहा गया है कि दोनों पक्षों ने मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की। बयान में कहा गया, विकास और रक्षा सहयोग समेत परस्पर हित के कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
भारत और नीदरलैंड ने हेग में 12वें विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) का आयोजन किया और सेमीकंडक्टर तथा हरित हाइड्रोजन जैसी नई व उभरती प्रौद्योगिकियों पर द्विपक्षीय रिश्ते मजबूत करने पर सहमति जताई। दोनों पक्षों ने जल, कृषि, स्वास्थ्य, विज्ञान-प्रौद्योगिकी तथा उच्च तकनीक-नवाचार के क्षेत्रों पर चर्चा की। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) पवन कपूर ने किया, जबकि नीदरलैंड के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के नीदरलैंड के महासचिव पॉल हुजिट्स ने किया।
ड्रेजिंग मशीन पर हुई एक दुर्घटना के दौरान घायल हुए 30 वर्षीय भारतीय श्रमिक की शुक्रवार को मौत हो गई। वह मशीन पर सवार होकर काम कर रहा था। इसी दौरान घायल हो जाने के चलते उसे हुलहुमले अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने व्यक्ति की पहचान उजागर नहीं की है। पुलिस ने कहा, आगे की जांच जारी है और घटना में उचित सुरक्षा मानकों का पालन करने में नाकामी उजागर हुई है।
अमेरिकी कॉलेज परिसरों में फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनों के दौरान पुलिस ने 2300 लोगों को गिरफ्तार किया व परिसरों में तंबुओं तथा वहां कब्जा की गई इमारतों को खाली कराया गया। इस बीच, कोलंबिया विवि की प्रशासनिक इमारत में जुटे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए एक अधिकारी ने गोली भी चलाई।
इससे कोई घायल नहीं हुआ। प्रदर्शनकारियों को देशभर के 44 परिसरों से गिरफ्तार किया गया। कोलंबिया और लॉस एंजिल्स विश्वविद्यालय सहित अनेक कॉलेज परिसरों में तंबुओं और भवन पर सुरक्षाबलों के कब्जे के बाद कक्षाएं बाधित हुईं।
इस्राइल-हमास के बीच मिस्र में युद्धविराम वार्ता के बीच दो बड़ी घटनाएं हुईं। पहली घटना में गाजा में हमास द्वारा 7 अक्तूबर को बंदी बनाए गए 49 वर्षीय इस्राइली नागरिक ड्रोर ओर की मौत हो गई और दूसरी घटना में इस्राइली जेल में 4 माह से हिरासत में रहे वरिष्ठ फलस्तीनी डॉक्टर की मौत हो गई। दोनों मौतों के लिए हमास-इस्राइल एक-दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं।
गाजा में हमास कैद वाले ड्रोर ओर 38वें बंधक की हत्या का प्रतीक है। उधर, डॉ. अदनान अल-बुर्श गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा में ऑर्थोपेडिक्स के प्रमुख थे और गाजा के अल-अवादा अस्पताल में अस्थायी रूप से काम करने के दौरान इस्राइली हिरासत में ले लिए गए। इन पर फिर टकराव बढ़ सकता है।