18 शिकायतों का मौके पर ही किया गया निराकरण तथा शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को त्वरित निस्तारण के लिए प्रेषित किया गया
रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों से संबंधित 30 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 18 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया तथा शेष समस्याओं के निराकरण हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।
जनता मिलन/जन संवाद कार्यक्रम में बगर पुराना देवल के ग्रामीणों द्वारा बाईपास कटिंग से उनके आवासीय मकानों को भारी क्षति पहुंचने की आशंका से अवगत कराया गया। जवाड़ी निवासी अनिल प्रसाद ने अपनी समस्या दर्ज कराते हुए कहा कि उन्होंने स्वरोजगार हेतु ऋण लिया था जिसकी पूरी अदायगी करने के बावजूद उन्हें सब्सिडी उपलब्ध नहीं हो पाई है।
बज्यूण निवासी गोकुल सिंह ने उत्तरजीवी प्रमाण पत्र न बनने की शिकायत दर्ज की। पीपली की शुशीला देवी ने जल-जीवन मिशन के तहत कार्य पूर्ण न होने की समस्या से अवगत कराया। थाती बड़मा के जयओम प्रकाश ने बष्टा बड़मा क्षेत्र में होम स्टे उपलब्ध करवाने की मांग की। खांकरा की पूनम देवी द्वारा वर्ष 2016-17 ग्राम पंचायत में किये गये कार्यों का भुगतान न होने की शिकायत दर्ज की। ग्राम तूना निवासी सरोजनी देवी ने प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराने की मांग की गई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि जन संवाद कार्यक्रम में दर्ज शिकायतों और समस्याओं का निराकरण त्वरित गति से करना सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी भी दशा में कोई विलंब न हो। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सभी खंड विकास अधिकारियों एवं जिला पंचायत राज अधिकारी को सख्त हिदायत दी है कि प्रधानमंत्री आवास को लेकर कोई भी व्यक्ति जनता मिलन कार्यक्रम में न पहुंचे इसके लिए उन्होंने ग्राम स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
कहा कि वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास के सर्वे किए जा रहे है तथा जो भी पात्र व्यक्ति हैं उनका सही ढंग से सर्वे कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि आवास को लेकर कोई व्यक्ति जनताा मिलन कार्यवाही में पहुंचता है तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने केदारनाथ यात्रा मार्ग में पेयजल की समस्या के निराकरण के लिए उप जिलाधिकारी, ऊखीमठ एवं अधिशासी अभियंता जल संस्थान, जल निगम द्वारा शीघ्र ही संबंधित क्षेत्रों में ग्रामीणों से संपर्क करते हुए किसी उचित स्थान पर बैठक करते हुए तथा पेयजल की समस्या को किस तरह से दूर किया जा सकता है इस संबंध में कार्ययोजना तैयार की जा रही है इससे संबंधित क्षेत्र के ग्रामीणों को अवगत कराना सुनिश्चित करें तथा ग्रामीणों के साथ पेयजल की समस्या की समस्या के समाधान के लिए बेहतर कार्ययोजना एवं रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज समस्याओं की भी समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा के दौरान पाया कि एल-1 स्तर पर कुल 115, जबकि एल-2 स्तर पर 19 समस्याएँ निस्तारण हेतु लंबित हैं। उन्होंने इन्हें त्वरित निस्तारित करने के निर्देश दिए और सभी अधिकारियों को सचेत किया कि इसमें किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न बरती जाए।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. जीएस खाती, प्रभागीय वनाधिकारी कल्याणी, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, उपजिलाधिकारी जखोली भगत सिंह फोनिया, उपजिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्ड़ियाल, परियोजना निदेशक विमल कुमार, जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम प्रकाश तथा प्रभारी शिकायत प्रकोष्ठ विनोद कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए फरियादी मौजूद रहे।