नाव हादसे में 13 की मौत, 101 सुरक्षित बचाए गए

मुंबई :मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के पास नौसेना जहाज के एलीफेंटा द्वीप जा रहे नीलकमल नामक एक यात्री जहाज से टकराने से बड़ा हादसा हो गया। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक इस हादसे में तीन नौसेना के जवान समेत कुल 13 लोगों की मौत हुई, जबकि 101 लोगों को सुरक्षित बचाया गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस हादसे के पीड़ितों को मुआवजा देने का एलान किया। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे।

हादसे के बाद प्रधानमंत्री ने मुंबई में नाव दुर्घटना में मारे गए व्यक्तियों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके साथ ही घायलों को 50,000 रुपए दिए जाने का एलान किया है।

हादसे के संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि नौसेना के स्पीड बोट चालक और इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार अन्य लोगों के खिलाफ दक्षिण मुंबई के कोलाबा पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि मुंबई के साकीनाका निवासी नाथाराम चौधरी (22) की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई।

एफआईआर में लगाई गई धाराओं में लापरवाही से मौत, दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा या जीवन को खतरे में डालने वाले कार्य, जहाज को लापरवाही से चलाना तथा शरारतपूर्ण कार्य, जिससे व्यक्तियों या जनता को अनुचित हानि या क्षति पहुंचे, जैसी धाराएं शामिल हैं।

देर रात पुलिस ने दस मृतकों की पहचान होने की पुष्टि भी की। मृतकों के नाम- 1) महेंद्र सिंह शेखावत (नौसेना); 2) प्रवीण शर्मा (एनएडी नाव पर कार्यकर्ता); 3) मंगेश (एनएडी नाव पर कार्यकर्ता); 4) मोहम्मद रेहान क़ुरैशी (यात्री नाव); 5) राकेश नानाजी अहिरे (यात्री नाव); 6) सफियाना पठान; 7) माही पावरा (उम्र 3); 8) अक्षता राकेश अहिरे; 9) मिठू राकेश अहिरे (उम्र 8) और 10) दीपक वी।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा मुंबई के पास बुचर द्वीप पर नौसेना की एक नाव दोपहर करीब 3.55 बजे ‘नीलकमल’ यात्री जहाज से टकरा गई। शाम 7.30 बजे तक की जानकारी के अनुसार 101 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है और 13 लोगों की मौत हो गई है।

13 मृतकों में 10 नागरिक और 3 नौसेना के जवान हैं। उन्होंने कहा कि दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें नौसेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 11 क्राफ्ट और 4 हेलीकॉप्टरों का उपयोग करते हुए नौसेना, तटरक्षक और पुलिस ने बचाव अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि लापता लोगों के बारे में अंतिम जानकारी कल सुबह उपलब्ध होगी।

मुंबई नाव हादसे पर भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दुख जताया। उन्होंने कहा कि मुंबई हार्बर के पास एक यात्री नाव और भारतीय नौसेना की क्राफ्ट बोट के बीच हुई दुर्घटना के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि बचाव और राहत कार्य जल्दी सफल हों और जो लोग घायल हैं, वे जल्दी ठीक हो जाएं।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने बोट हादसे में मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता घोषित की है। उन्होंने कहा कि यह राशि मुख्यमंत्री सहायता निधि से प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस घटना की विस्तृत जांच होगी। नौसेना के साथ पुलिस भी मामले की जांच करेगी।

जानकारी के अनुसार नौका में लगभग 110 लोग सवार थे, हालांकि सटीक संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है। यह नौका मुंबई के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल एलीफेंटा द्वीप की ओर जा रही थी, जब करीब शाम 4 बजे एक छोटी नाव उससे टकरा गई और इसके बाद नौका पलट गई। घटना के तुरंत बाद जारी वीडियो में बचाव अभियान चलता हुआ दिखाया गया।

वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि नौसेना और तटरक्षक बल ने बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया है। नौसेना की 11 नावें और मरीन पुलिस की तीन नावें और तटरक्षक बल की एक नाव को इलाके में तैनात किया गया है।

रक्षा अधिकारी ने आगे बताया कि अन्य एक दर्जन से ज्यादा यात्रियों की खोज और बचाव अभियान में चार हेलीकॉप्टर शामिल है, वहीं इसमें स्थानीय पुलिस, जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण और इलाके के मछुआरे भी बचाव कार्य में शामिल हैं।

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